लेखनी प्रतियोगिता -25-May-2023 उल्लाला–उल्लाल
उल्लाला और उल्लाल छंद
नित्य प्रशंसा कीजिए, नाम राम का लीजिए।
राम ज्योति हिय में जले, दुःख सकल पल में टले।।
राघव भू आधार हैं, जग के तारणहार हैं।
इनको हृदय बसाइए, चरणन ध्यान लगाइए।।
यदि हो स्वभाव में नम्रता, सहज भाव से सब मिले।
वाणी में हो माधुर्यता, प्रीत पुष्प के हिय खिले।।
बसती जिसके उर नम्रता, वही सही इंसान है।
जिसके हृदय में अहम पले, ऋषभ मूढ़ नादान है।।
ऋषभ दिव्येंद्र
#प्रतियोगी
Abhinav ji
26-May-2023 08:58 AM
Very nice 👍
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
26-May-2023 07:54 AM
बहुत ही सुंदर रचना
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Reena yadav
26-May-2023 12:41 AM
👍👍
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